Sindhu Ghati sabhyata( सिंधु घाटी सभ्यता ) explaned in hindi

 दोस्तों क्या आप भी सिंधु घाटी सभ्यता(Sindhu Ghati sabhyata )को याद करना चाहते हो , तो आप सही आर्टिकल पर पहुंचे हैं इस आर्टिकल में सिंधु घाटी सभ्यता को इतनी बारीकी से बताया गया है कि आप अगर इसे एक बार भी पढ़ लेते हैं तो आप इस आर्टिकल का 75% भाग याद कर लेंगे सिंधु घाटी सभ्यता(Sindhu Ghati sabhyata) क्या है और यह कैसी सभ्यता थी, इसे जानने के लिए आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।

                               सिंधु घाटी सभ्यता को प्रॉपर्ली समझने के लिए सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि सिंधु घाटी सभ्यता, इतिहास में समय के हिसाब से इसका काल स्थान कहां स्थित है। और इसी के साथ साथ उस समय के वातावरण को समझना होगा तभी हम सिंधु घाटी सभ्यता को पूरी डिटेल में समझ पाएंगे । सिंधु घाटी सभ्यता को बताने से पहले हम आपको कुछ ऐसी बातें बता देते हैं जिससे आपको सिंधु घाटी सभ्यता को समझने में और भी आसान हो जाएगा। 

 >इतिहास को मुख्यतः तीन भागों में बांटा गया है: –

A). प्रागैतिहासिक काल B). आद्य ऐतिहासिक काल  C). ऐतिहासिक काल       


>यहां पर सिंधु घाटी सभ्यता दूसरे स्थान(आद्य ऐतिहासिक काल) से संबंध रखता है। तो पहले हम यह भी जान लेते हैं कि आद्य ऐतिहासिक काल क्या है।

                   

आद्य ऐतिहासिक काल :– वह कालखंड जिसका अध्ययन मात्र पुरात्वतिक स्रोतों के आधार पर किया गया है, इस काल में लिखित साक्ष्य भी मिले हैं लेकिन उसे अब तक पढ़ा नहीं जा सका है इसी इतिहास खंड में सिंधु घाटी सभ्यता को पढ़ते हैं।

   

सिंधु घाटी सभ्यता(Sindhu Ghati sabhyata)                                

नामकरण– सिंधु नदी के आसपास यह सभ्यता विकसित हुए थे जिस कारण इसे सिंधु घाटी सभ्यता कहा जाता है। यह सभ्यता एक नगरी सभ्यता थी । भारत का इतिहास इसी सभ्यता के साथ शुरू होती है । इस सभ्यता का एक दूसरा नाम हड़प्पा सभ्यता है हड़प्पा सभ्यता नाम इसका इसलिए रखा गया क्योंकि सिंधु

 घाटी सभ्यता में सर्व प्रथम जो स्थान खोजे गए थे वह हड़प्पा नगर था इसलिए इसे हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जानते हैं। यह सभ्यता 1300000 (लाख) वर्ग किलोमीटर में फैला है
 >सिंधु घाटी सभ्यता की जानकारी चार्ल्स मैसन ने दिया था।
 >सिंधु घाटी सभ्यता का सर्वेक्षण जॉन मार्शल ने किया था।
 >सिंधु घाटी सभ्यता का नामकरण जॉन मार्शल ने किया।
>सिंधु घाटी सभ्यता की पहली खुदाई दयाराम साहनी ने की थी जिसने हड़प्पा नगर की खोज की।
>सिंधु घाटी सभ्यता का आकार त्रिभुजाकार है
>इस सभ्यता का विकास 2500 पूर्व से 1750 ईसा पूर्व तक हुआ।


Sindhu Ghati sabhyata
Sindhu Ghati sabhyata

 सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल 

 1) हड़प्पा नगर
 2) मोहनजोदड़ो
 3) चन्हूदड़ों
 4) रोपड़
 5) कालीबंगा
 6) धोलावीरा
 7) लोथल
 8) रंगपुर etc.

 1). हड़प्पा नगर 

>हड़प्पा की खुदाई दयाराम साहनी ने 1921 में की थी। 
>यह रावी नदी के तट पर स्थित था।
>यह फिलहाल पाकिस्तान के "माउंट गोमरी" जिला में स्थित है ।
 
यहां से निम्नलिखित वस्तुएं मिली है:–
a)कुम्हार का चाक b)श्रमिक आवास c)अन्नागार c) मातृ देवी की मूर्ति d)लकड़ी की ओखली e)हाथी का कपाल f) स्वास्तिक चिन्ह g) लकड़ी का ताबूत और आर.एच.(R.H.) 37 कब्रिस्तान


                          

 2)मोहनजोदड़ो

  •  इसकी खुदाई सन 1921 ईस्वी में रखलदास बनर्जी ने किया था ।
  • मोहंजोदडों मृतकों के टीला नाम से भी जाना जाता है।
  •  यह पाकिस्तान के लरकाना जिले में स्थित है ।
  •  यह सिंधु नदी के तट पर है । 
  •  सिधु सभ्यता का सबसे बड़ा शहर था।
  •  यहां मृतकों का एक बहुत बड़ा टीला मिला है।
  •  मोहनजोदड़ो का अन्नागार भवन सिंधु सभ्यता का सबसे बड़ा इमारत था।

 यहां निम्नलिखित महत्वपूर्ण वस्तुएं मिले हैं:–
   a) पुरोहित आवास b ). घर में कुआं c) अन्नागार d). सूती वस्त्र e). विशाला स्नानागार f) सबसे चौड़ी सड़क g) सभागार। h) पशुपति शिव g) कांसे की नर्तकी और तांबे की ढेर

3)चन्हूदड़ों

  • इसकी खुदाई सन 1931 ईस्वी में गोपाल मजूमदार ने किया था।
  • यह पाकिस्तान में सिंधु नदी के तट पर स्थित है ।
  •  यही एकमात्र शहर है जो दुर्ग रहित है
  •  यह एक औद्योगिक एक शहर है।
यहां से निम्नलिखित वस्तुएं मिले हैं :–
a)मेकअप सामग्रियां b) अलंकृत ईट c)शीशा d) मनका e) सुई f)गुड़िया f)बिल्ली का पीछा करता हुआ कुत्ता 

4) रोपड़

  • इसकी खुदाई यज्ञदत्त शर्मा ने 1953 ईस्वी में कीया 
  • यह पंजाब के सतलज नदी के किनारे स्थित है
  • यह मानव के साथ-साथ उसके पास तो जानवरों का भी सब मिला है

5) कालीबंगा

  • इसकी खुदाई BK थापड़ तथा BB लाल ने किया है।
  • कालीबंगा का अर्थ होता है काली मिट्टी की चूड़ी ,
  • यहां से अलंकृत ईट चूड़ी जो तय हुआ खेत हल एवं हवन कुंड मिले हैं 
  • यह राजस्थान में सरस्वती नदी के किनारे मिला है।

 

 6) धोलावीरा

  •  यह गुजरात में स्थित है
  •  यह सिंधु सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है 
  •  इसकी खुदाई रविंद्र सिंह ने किया है


 7) लोथल

  • यहां सिंधु सभ्यता का बंदरगाह स्थल है 
  • यहां से गोदीबाड़ा मिला है ।
  •  यहां घर के दरवाजे सड़कों की और नहीं खुलते थे ।
  • यहां फारस की मुहर मिली है जो विदेशी व्यापार का संकेत है।

सिंधु सभ्यता की विशेषताएं :–

  • यह एक शहरी सभ्यता है।
  • सिंधु सभ्यता के लोग तलवार चलाना नहीं जानते थे , मतलब कहने का तलवार से उनका परिचय तो था ही नहीं।
  • इनके मोहरों पर गाय का चिन्ह नहीं मिला है
  • सिंधु घाटी सभ्यता मातृसत्तात्मक था।
  • इनके मोहरों पर सर्वाधिक एक सिंह वाला जानवर का चित्र मिला है।
  • इनकी लिपि भाव चित्रात्मक था जिससे इसे पढ़ा नहीं जा सका है।
  • यहां माप–तोल के लिए न्यूनतम बाट 16kg का था।
  • इनका व्यापार विदेशों तक होता था।
  • इस समय के नालियां ढकी हुई होती थी।
  • यहां की सड़कें एक दूसरे को समकोण पर काटते थे तथा यह पूरब से पश्चिम रोड बनी हुए रहती थी जिससे हवा के द्वारा सड़क अपने–आप साफ हो जाती थी।


आपने क्या सिखा :- 

Q.सिंधु घाटी सभ्यता किस नदी के ऊपर स्थित है?

Ans:– सिंधु नदी

Q. सिंधु घाटी सभ्यता के हड़प्पा नगर की खोज किसने किया था?

Ans:–दयाराम साहनी(1921में)

Q. जी सिंधु घाटी सभ्यता इतिहास के किस काल खंड से संबंध रखता है?

Ans:– आद्य ऐतिहासिक काल काल

Q. मोहंजोदडों किस नाम से जाना जाता था?

 Ans:– मृतकों के टीला

Q. सिंधु घाटी सभ्यता का माप तोल का न्यूनतम वाट कितने kg का था ?

Ans:- give me answer in coment fast...


 आज हमलोग सिंधु घाटी सभ्यता(Sindhu Ghati sabhyata) क्या है और यह कैसी सभ्यता थी इसके बारे में अच्छे तरीके से समझ पाए होंगे और यदि आपके मन में कुछ और सवाल रह गया हो तो आप कॉमेंट में जरूर पूछे हम आपकी सेवा में हमेसा तत्पर रहेंगे । 

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