भगत सिंह का इतिहास क्या है ? संक्षेप जानकारी।

दोस्तों नमस्कार आप सभी का एक नई पोस्ट में स्वागत है इस पोस्ट में हम भगत सिंह के इतिहास के बारे में जानेंगे कि भगत सिंह के इतिहास कहां से शुरू होती है और इनका इतिहास कहां तक जाकर खत्म होता है।

भगत सिंह का इतिहास क्या है ?

भगत सिंह का इतिहास क्या है ?

आजादी के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले भगत सिंह हर हिन्दुस्तानी के दिल में बसते हैं।भगत सिंह एक भारतीय क्रांतिकारी देशभक्त थे। इनका जन्म 28 सितंबर 1907 को लायलपुर जिले के बंगा गांव में हुआ था जो कि अभी फिलहाल पाकिस्तान में मौजूद है। इनके पिता सरदार कृष्ण सिंह था और माता विद्यावती । भगत सिंह भारत की आजादी के लिए महज 23 साल की उम्र में जान दे दी थी। हालांकि आप जलियांवाला बाग हत्याकांड को अच्छी तरीके से जानते होंगे जिससे भगत सिंह बहुत ही प्रभावित हुए थे। उस समय इसकी उम्र महज 12 साल हो चुकी थी। जलियांवाला बाग हत्याकांड से प्रभावित होने के बाद भगत सिंह ने लाहौर के कॉलेजों से पढ़ाई छोड़ कर अपनी एक ऐसी सभा बनाई जो “नौजवान भारत सभा” के नाम से जाना जाता है ।

जलियांवाला बाग हत्याकांड से कैसे प्रभावित थे ?

एक दिन जब भगत सिंह स्कूल से पढ़कर के अपने घर नहीं पहुंचा तो उसके मां कहती है भगत के पिता से कहती है, अजी सुनिए भगत के बापू भग्गू अभी तक आया नहीं है कहां रह गया यह! और इधर भगत सिंह जलियांवाला बाग हत्याकांड के स्थल पर पहुंचकर के सारी फटी–चिटी कपड़ों और खून को देखकर आंख में आंसू के साथ एवं गुस्सा से लाल होकर एक बोतल मिट्टी खून के साथ भरता है और घर आता है । जब विद्यापति ने देखती है तो यह बहुत उदास रहता है। मां पूछती है बेटा यह कैसी चेहरा बना रखी है आखिर तुझे हुआ क्या है ,इतने उदास क्यों हो? मां सवाल पर सवाल किए जा रही होती है पर भग्गू बेटा एक भी जवाब नहीं देता है। भग्गू सिर्फ उस बोतल को ही देखते रहता है जिसमें उसने मिट्टी लाया था। और कुछ देर बाद भगत सिंह अर्थात भग्गू उस बोतल को देखते हुए अपने मां से कहती है मां ये हमारे लोगों की मिट्टी है और इन मिट्टी में हमारे लोगों की खून है । मां मै खूनो को व्यर्थ नहीं जाने दूंगा ,इसका बदला अवश्य लूंगा। इसके बाद भगत सिंह उस मिट्टी को सुबह उठते ही प्रणाम करते थे।

भगत सिंह का संबंध महात्मा गांधी के साथ कैसा था।

कई लोगों का मानना यह है की यदि महात्मा गांधी चाहते तो भगत सिंह को बचाया जा सकता था। लेकिन महात्मा गांधी ने भगत सिंह को बचाने का प्रयास बिल्कुल नहीं किया , आखिर यह सभी सवाल भारतीयों के मन में क्यों आता है क्योंकि हम लोगों का एक होनहार क्रांतिकारी युवा नेता खो गया।

           आखिर महात्मा गांधी ने भगत सिंह को बचाने का प्रयास क्यों नहीं किया ?

महात्मा गांधी का बयान भगत सिंह के लिए– भगत सिंह की मृत्यु के समय महात्मा गांधी ने कहा था कि 'मैंने किसी की जिंदगी को लेकर इतना रोमांच नहीं देखा जितना कि भगत सिंह के बारे में. हालांकि मैंने लाहौर में उसे एक छात्र के रूप में कई बार देखा है, मुझे भगत सिंह की विशेषताएं याद नहीं हैं, लेकिन पिछले एक महीने में भगत सिंह की देशभक्ति, उसके साहस और भारतीय मानवता के लिए उसके प्रेम की कहानी सुनना मेरे लिए गौरव की बात है.’ लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि 'मैं देश के युवाओं को आगाह करता हूं कि वे उनके उदाहरण के रूप में हिंसा का अनुकरण नहीं करें.

    आखिर महात्मा गांधी का यह बयान लोगों को पसंद क्यों नहीं आया । ऐसी ही बयान क्यों।

        हो सकता है महात्मा गांधी अपनी अहिंसा की विचारधारा को बहुत आगे ले जा चुके थे जिस कारण से यह अपने विचारधारा में बदलाव नहीं करना चाहते थे यह भी कारण हो सकता है। और यही कारण से उन्होंने भगत सिंह को बचाने का प्रयास भी नहीं किया ।

असहयोग आंदोलन में भगत सिंह:–

इस आंदोलन की शुरूआत महात्मा गांधी ने 1 अगस्त 1920 को किया और फिर 12 फरवरी 1922 को असहयोग आंदोलन वापस ले लिया । जब इस आंदोलन की शुरुआत हुआ था तो भगत सिंह और इन के जाने-माने दोस्त बहुत उत्साह के साथ इस आंदोलन में भाग लिए थे लेकिन जब चोरा चोरी हत्याकांड मामला सामने आया तो महात्मा गांधी ने इस असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया जिस कारण से भगत सिंह महात्मा गांधी से थोड़ा सा इरिटेट हो गए उनके विचार से भी अपने आप को अलग कर लिया।


भगत सिंह का नारा क्या था ?

इनका सबसे महत्वपूर्ण नारा “इंकलाब जिंदाबाद” था।


Death of Bhagat Singh 

भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 की शाम सात बजे सुखदेव और राजगुरू के साथ फांसी पर लटका दिया गया।


आपने क्या सीखा–

1).भगत सिंह का जन्म कब हुआ ?

Ans–28 सितंबर 1907

2).भगत सिंह का जन्म कहां हुआ?

Ans–पाकिस्तान के लायलपुर जिले के बंगा गांव में

3). भगत सिंह के parent का नाम क्या है?

Ans–विद्यावती, सरदार किशन सिंह


दोस्तों आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को पढ़कर भगत सिंह के इतिहास के बारे में बहुत कुछ जानकारी प्राप्त किए होंगे ।

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