औरंगजेब जीवन इतिहास (history of Aurangjeb in hindi)
दोस्तों जब भी आप औरंगजेब से रिलेटेड कुछ कहानी पढ़ते होंगे तो आपके मन में लगता होगा कि आखिर औरंगजेब कौन है औरंगजेब की इतिहास क्या है तो चलिए आज के इस पोस्ट में हम इन्ही सभी सवाल का जवाव देने वाला हूँ तो आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ना जिससे आपके मन के औरंगजेब से रिलेटेड सभी सवाल खत्म हो जाएंगे ।
औरंगजेब जीवन इतिहास क्या है ?
history of Aurangjeb in Hindi |
औरंगजेब जीवन परिचय
औरंगजेब के परिवार
बाबर खानदानी औरंगजेब का जन्म 1618 को मुंमताज के गर्भ से हुआ था । और मूमताज को नूर जहां भी कहा जाता है । औरंगजेब की पहली पत्नी ईरान की थी जिसका नाम दिलरास बानो बेगम था इनकी और पत्नियाँ थी जो औरंगाबादी महल, झैनाबादी महल व उदैपुरी महल । इनके बेटे का नाम बहादुर शाह, आज़म शाह, मोह्हमद काम बख्श , मोह्हमद सुल्तान, सुल्तान मोह्हमद अकबर तथा इनके पिता का नाम शाहजहाँ था । शाहजहाँ के कुल 6 संतान थे । जिसमे से औरंगजेब तीसरा था । औरंगजेब को चार बेटियाँ थी ।
औरंगजेब का Biography चार्ट
औरंगजेब का प्रचंड रूप
औरंगजेब ने अपने पिता को बंदी क्यों बनाया
साहजहाँ के कुल चार पुत्र थे तथा तीन पुत्रीयां थी । एक दिन साहजहाँ बीमार पड़ गए जिस कारण मुगल साम्राज्य का उतराधिकार बनने के लिए गृह युद्ध चलने लगा जो खासकर उतराधिकार का युद्ध के नाम दे भी जाने जाते हैं । इस युद्ध में औरंगजेब सबसे आगे रहे । तथा औरंगजेब ने सभी को हराकर 21 जुलाई 1658 को मुगल साम्राज्य का शासक बन गया और अपने पिता को बंदी बना कर शाह बुर्ज मे कैद कर दिया । जिस दिन औरंगजेब ने मुकुट (ताज) को पहना उसी दिन उसने अपने आप को आलमगीर कइ उपाधि दे दिया
औरंगजेब का गृह संघर्ष
औरंगजेब अपनी मानसिक मजबूती तथा वफादारी से वे अपने पिता के सबसे लाडला पुत्र बन गए थे । उसके पिता ने सबसे पहले उसे दक्कन का सूबेदार बनाया उस समय औरंगजेब की उम्र लगभग 18 साल हो चुकी थी । लेकिन कुछ दिन बाद औरंगजेब किक बहन की मृत्यु अचानक हो गई यह घटना आगरा मे हुआ था जिस कारण औरंगजेब बहुत उदास हुए क्योंकि यह अपनी बहन से अंतिम पल भी नहीं मिल पाया । इसे अधिक काम होने के कारण आगरा नहीं जा पाए कुछ हपतों बाद गए जिस कारण से ये अपनी बहन की मरी मुह भी नहीं देख पाया । लेकिन घर जाने के बाद यह एक परिरारिक झंझट मे पड़ गए हुआ न हुआ की शाहजहाँ ने इसे दक्कन की सूबेदारी पद से हट दिया । उसकी सारे पावर को खत्म कर दिया मतलब उनका सर अधिकार छिन लिया गया ।
औरंगजेब की म्रत्यु कैसे हुआ ?
3 मार्च 1707 को औरंगजेब की मृत्यु हुआ था जब इसकी मृत्यु हुई तब ये महज 90 साल के हो चुके थे । मृत्यु के बाद औरंगजेब को दौलताबाद में दफना दिया गया । औरंगजेब भारतीय उपमहाद्वीप पर लगभग 50 सालों से भी अधिक समय तक राज्य किया था ।
दोस्तों आशा करता हूँ की आप इस आर्टिकल को पढ़कर औरंगजेब के बारे में बहुत जानकारी हासिल कर लिए होंगे तो चलिए इस आर्टिकल को यहीं खत्म करते है ।
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